Shiv chaisa - An Overview
Shiv chaisa - An Overview
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
It can be thought that regular chanting of Chalisa delivers contentment, peace, and prosperity inside the lives on the devotees.
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल shiv chalisa lyricsl धामा
संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
On Trayodashi (thirteenth day with the dim and vibrant fortnights) one need to invite a pandit and devotely make offerings to Lord Shiva. Those that quick and pray to shiv chalisa in hindi Lord Shiva on Trayodashi are generally healthful and prosperous.
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥